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सिर्फ बहू पर नहीं, पति पर भी है रिश्तों को निभाने की जिम्मेदारी

khaskhabar.com : शुक्रवार, 31 मार्च 2023 12:24 PM (IST)
सिर्फ बहू पर नहीं, पति पर भी है रिश्तों को निभाने की जिम्मेदारी
भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में पारिवारिक रिश्तों को निभाने की जिम्मेदारी सिर्फ घर की बहू पर नहीं होती, अपितु घर के बुजुर्ग अर्थात् बहू के सास-ससुर और पति पर भी होती है। वर्तमान में ज्यादातर घरों में आने वाली बहुएँ नौकरीपेशा हैं अर्थात् वे स्वयं अपने पैरों पर खड़ी हैं ऐसे में उनका पूरे घर की जिम्मेदारी लेना कुछ मुश्किलात पैदा करता है, जिसके चलते घरों में कलह का वातावरण पैदा होता है और रिश्तों में दरार आने लगती है।

एक लडक़ी शादी के बाद अपना घर परिवार छोडक़र अपने पति के साथ उसके घर परिवार को अपना लेती है। लेकिन यहाँ पहुँचकर जब उसे इस बात का अहसास कराया जाता है कि यह घर उसका अपना नहीं है तो वह यह बर्दास्त नहीं कर पाती। ऐसे में वह किसी की परवाह किए बगैर घर के बड़े-बुजुर्गों को जवाब देने से पहले नहीं सोचती है। शादी के बाद एक पुरुष ही होता है, जो बीवी और पेरेंट्स के बीच रिश्तों को बेहतर और बदतर बनाता है। पुरुष चाहे तो घर में इन मतभेदों को आसानी से होने से पहले ही रोक सकते हैं। लेकिन इसके बारे में कोई समझ न होने की वजह से वह बीवी और घर वालों के झगड़े में पिसते रहते हैं।

यह भी देखा गया है कि लडक़ी के माता-पिता की लडक़ी के ससुराल में ज्यादा दखलंदाजी के चलते भी रिश्तों में दरार आने लगती है। इन हालात में लडक़ी ससुराल वालों के साथ स्वयं को समाहित नहीं कर पाती है, नतीजा परिवार की टूटन के तौर पर सामने आता है। कुछ ऐसे हालात पैदा होते हैं जिनके चलते बहू अपने सास-ससुर को पसन्द नहीं कर पाती है। इन हालातों में कोई भी कदम उठाने से पहले पति को उन कारणों पर नजर डालनी चाहिए जिनके चलते रिश्तों में कड़वाहट पैदा हुई है।

आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को कोई भी ठोस कदम उठाने से पहले रिश्तों को सुधारने के लिए कुछ बातों की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहेंगे। पुरुषों को अपने माता-पिता के साथ-साथ अपनी पत्नी के मध्य आई कड़वाहट को दूर करने में यह बातें काम आ सकती हैं।

माता-पिता को पसन्द न करने का कारण पूछें
यदि आपकी पत्नी आपके माता-पिता को पसंद नहीं करती है, तो इसके पीछे कोई न कोई कारण अवश्य होगा। सबसे पहले उस कारण को जानने का प्रयास करें। ऐसा करने से आपको मां-बाप और पत्नी के बीच के रिश्ते को ठीक करने का रास्ता आसानी से समझ आ जाएगा।

लेकिन इस कारण को जानने के लिए आप पहले से ही अपने मन में कोई पूर्वाग्रह लेकर न बैठे। पत्नी को अपनी बात सामने रखने का मौका जरूर दें। उनकी बात को एक दोस्त की सुनें और समझें।

माता-पिता और पत्नी को बराबर रखकर सोचें
ज्यादातर महिलाएँ अपने सास-ससुर से उस समय नफरत करने लगती हैं, जब उन्हें यह महसूस होता है कि वह पति को उसके खिलाफ भडक़ा रहे हैं। या उससे दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में पुरुष की जिम्मेदारी है कि वह घर में इस तरह की गलतफहमी को पैदा होने का मौका न दे। पत्नी और माता-पिता को समान रूप से अहमियत और समय दे।

सिर्फ माता-पिता का पक्ष न लें
एक महिला को शादी के बाद अपने ससुराल में केवल अपने पति का ही सहारा होता है। ऐसे में यदि आप हर बात पर अपने माता-पिता का पक्ष लेते रहेंगे तो उसके मन में आपके परिवार को लेकर गलत भावनाएं पैदा होंगी। वहीं, दूसरी ओर हर बात में अपनी पत्नी को सर्वोपरि बताना भी गलत है। हमेशा सही के साथ खड़े रहने का प्रयास करें। इससे दोनों पक्षों में तनातनी कम होगी।

परिवार को पूरा समय दें
पत्नी और माता-पिता के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है कि आप परिवार को पूरा समय दें। परिवार को लेकर कहीं बाहर घूमने जाएं। साथ में बिताए खुशनुमा पल आपसी मनमुटाव को आसानी से खत्म कर देते हैं। ऐसे में दोनों पक्षों को एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने का मौका भी मिलता है।

अपने ससुराल वालों को आदर दें

हर पुरुष शादी होते ही अपनी पत्नी को घर में सबकी बात मानने और सबको सम्मान और प्रेम देने का हुक्म दे देता है। लेकिन खुद अपने ससुराल वालों की इज्जत तक करना जरूरी नहीं समझता है। ऐसे में कई बार महिलाएँ भी अपने सास-ससुर के साथ ऐसा ही बर्ताव करने लगती हैं। यदि आप भी यह गलती कर रहे हैं, तो अभी से अपने सास-ससुर को सम्मान देना शुरू कर दें।

नोट—यह लेखक के अपने विचार हैं, जरूरी नहीं कि आप इन विचारों से सहमत हों।


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