Advertisement
दो बहनों से दुष्कर्म का प्रयास करने वाले आरोपियों को पांच दिन बाद भी नहीं पकड़ पाई पुलिस

सीकर। प्रदेश में महिला उत्पीडऩ के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके बाद भी पुलिस इन मामलों में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी घटना को अंजाम देकर खुले में घूमकर पीडि़त पक्ष को धमकियां देते हैं और पीडि़त पक्ष किसी अनहोनी की आशंका में कार्रवाई की मांग को लेकर दर-दर भटकता रहता है। ऐसा ही एक मामला जिले के थोई कस्बे में हुआ।
जिले के थोई कस्बे में पांच दिन पूर्व कॉलेज से घर जा रही दो सगी बहनों का अपहरण कर दुष्कर्म के प्रयास मामले में पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीडि़ताओं के परिजनों का कहना है कि पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से पीडि़ताओं में भय बना हुआ है और वे घर से बाहर निकलने में घबराने लगी हैं।
यह था मामला
पीडि़ताओं के पिता ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया था कि पीडि़त की दोनों बेटियां 29 अगस्त को दोपहर करीब तीन बजे कॉलेज से बस में बैठकर जेल चौराहे पर उतरी थीं। वे घर की तरफ पैदल चलने लगीं तो मनोज और रोचन अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर पीछा करने लगे। आगे सुनसान जगह पर आरोपियों ने दोनों बहनों को रोक लिया। आरोपियों ने धमकाकर उनके कपड़े उतरवाकर अश्लील फोटो खींच लिए। जब दोनों बहनों ने उनका विरोध किया तो आरोपी उनका अपहरण कर अपने घर ले गए और बंधक बना लिया।
वहां आरोपियों ने परिवार के सदस्य बाबूलाल, सुरेश, धूड़ाराम, संदीप, आशुराम, झूमा देवी, मनोजी, आशा देवी, गीता और इंदु की मौजूदगी में दोनों बहनों से दुष्कर्म का प्रयास किया। परिवार के लोगों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई, बल्कि घटना का वीडियो बनाया और मारपीट की। आसपास के लोगों से सूचना मिलने पर पीडि़ताओं का पिता पुलिस को साथ लेकर वहां गया और वहां से दोनों बेटियों को मुक्त करवाया। परिजनों का आरोप है कि इस घटना के बाद से अब तक आरोपी खुले में घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
इनका कहना हैमामला दर्ज कर जांच की जा रही है। नक्शा मौका बना लिया गया है। पीडि़ताओं के 164 के बयान होना फिलहाल बाकी हैं। बयान होने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
जिले के थोई कस्बे में पांच दिन पूर्व कॉलेज से घर जा रही दो सगी बहनों का अपहरण कर दुष्कर्म के प्रयास मामले में पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीडि़ताओं के परिजनों का कहना है कि पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से पीडि़ताओं में भय बना हुआ है और वे घर से बाहर निकलने में घबराने लगी हैं।
यह था मामला
पीडि़ताओं के पिता ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया था कि पीडि़त की दोनों बेटियां 29 अगस्त को दोपहर करीब तीन बजे कॉलेज से बस में बैठकर जेल चौराहे पर उतरी थीं। वे घर की तरफ पैदल चलने लगीं तो मनोज और रोचन अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर पीछा करने लगे। आगे सुनसान जगह पर आरोपियों ने दोनों बहनों को रोक लिया। आरोपियों ने धमकाकर उनके कपड़े उतरवाकर अश्लील फोटो खींच लिए। जब दोनों बहनों ने उनका विरोध किया तो आरोपी उनका अपहरण कर अपने घर ले गए और बंधक बना लिया।
वहां आरोपियों ने परिवार के सदस्य बाबूलाल, सुरेश, धूड़ाराम, संदीप, आशुराम, झूमा देवी, मनोजी, आशा देवी, गीता और इंदु की मौजूदगी में दोनों बहनों से दुष्कर्म का प्रयास किया। परिवार के लोगों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई, बल्कि घटना का वीडियो बनाया और मारपीट की। आसपास के लोगों से सूचना मिलने पर पीडि़ताओं का पिता पुलिस को साथ लेकर वहां गया और वहां से दोनों बेटियों को मुक्त करवाया। परिजनों का आरोप है कि इस घटना के बाद से अब तक आरोपी खुले में घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
इनका कहना हैमामला दर्ज कर जांच की जा रही है। नक्शा मौका बना लिया गया है। पीडि़ताओं के 164 के बयान होना फिलहाल बाकी हैं। बयान होने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
-भागीरथ मल, एएसआई थोई पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
सीकर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
