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महिला, पोती को आग लगाने वाला शख्स गिरफ्तार
संत कबीर नगर (उत्तर प्रदेश) । संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक महिला 65 वर्षीय सुरती देवी और उसकी 12 वर्षीय पोती को आग से जलाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। घटना शुक्रवार को हुई और दोनों पीड़ितों ने गोरखपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी सुरती देवी के बेटे के साथ भाग गई है।
पुलिस ने यह भी कहा कि उन्होंने आरोपी रवींद्र गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया, जिसने अपनी पत्नी माया के भाई बिंदेश्वरी और अपने भतीजे विक्की के साथ, सुरती देवी और उनकी पोती पर पांच लीटर पेट्रोल डाला, जब वे अपने घर के बाहर एक खुले बरामदे में सो रहे थे।
रवींद्र और बिंदेश्वरी को शक था कि माया, जो 11 अगस्त से अपने पांच साल के बेटे के साथ लापता थी, सुरती देव के बेटे पृथ्वी के साथ भाग गई थी।
एक वीडियो बयान में संत कबीर नगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संतोष कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि माया के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य खलीलाबाद थाना क्षेत्र के कोल्हुआलकड़ा गांव में रहते थे और सुरती देवी और उनकी पोती भी उसी गांव में रहती थीं।
एएसपी ने कहा कि रवींद्र और बिंदेश्वरी ने व्हाट्सएप कॉल पर साजिश रची।
उन्होंने कहा कि बिंधेश्वरी अपने भतीजे विक्की के साथ संत कबीर नगर पहुंचा और अपने गांव जाने के बजाय एक होटल में रुका, जबकि रवींद्र बाराबंकी से मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मोटरसाइकिल को पास के एक पेट्रोल पंप पर ईंधन दिया और बाद में एक जेरी कैन में पेट्रोल निकाला। इसके बाद वे सुरती के घर पहुंचे और उसे और उसकी पोती को आग के हवाले कर दिया।
उन्होंने कहा कि बिंदेश्वरी और विक्की का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
एएसपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या, 436 विस्फोटक या ज्वलनशील सामग्री का उपयोग करके शरारत करने और आपराधिक धमकी के लिए 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
--आईएएनएस
पुलिस ने कहा कि आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी सुरती देवी के बेटे के साथ भाग गई है।
पुलिस ने यह भी कहा कि उन्होंने आरोपी रवींद्र गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया, जिसने अपनी पत्नी माया के भाई बिंदेश्वरी और अपने भतीजे विक्की के साथ, सुरती देवी और उनकी पोती पर पांच लीटर पेट्रोल डाला, जब वे अपने घर के बाहर एक खुले बरामदे में सो रहे थे।
रवींद्र और बिंदेश्वरी को शक था कि माया, जो 11 अगस्त से अपने पांच साल के बेटे के साथ लापता थी, सुरती देव के बेटे पृथ्वी के साथ भाग गई थी।
एक वीडियो बयान में संत कबीर नगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संतोष कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि माया के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य खलीलाबाद थाना क्षेत्र के कोल्हुआलकड़ा गांव में रहते थे और सुरती देवी और उनकी पोती भी उसी गांव में रहती थीं।
एएसपी ने कहा कि रवींद्र और बिंदेश्वरी ने व्हाट्सएप कॉल पर साजिश रची।
उन्होंने कहा कि बिंधेश्वरी अपने भतीजे विक्की के साथ संत कबीर नगर पहुंचा और अपने गांव जाने के बजाय एक होटल में रुका, जबकि रवींद्र बाराबंकी से मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मोटरसाइकिल को पास के एक पेट्रोल पंप पर ईंधन दिया और बाद में एक जेरी कैन में पेट्रोल निकाला। इसके बाद वे सुरती के घर पहुंचे और उसे और उसकी पोती को आग के हवाले कर दिया।
उन्होंने कहा कि बिंदेश्वरी और विक्की का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
एएसपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या, 436 विस्फोटक या ज्वलनशील सामग्री का उपयोग करके शरारत करने और आपराधिक धमकी के लिए 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
--आईएएनएस
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