Paresh Rawal sparks debate with the release of The Taj Story teaser, raising serious questions about history, faith, and freedom.-m.khaskhabar.com
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द ताज स्टोरी के टीज़र रिलीज़ के साथ परेश रावल ने छेड़ी बहस, उठाए इतिहास, आस्था और आज़ादी पर बड़े सवाल

khaskhabar.com: गुरुवार, 09 अक्टूबर 2025 12:32 PM (IST)
द ताज स्टोरी के टीज़र रिलीज़ के साथ परेश रावल ने छेड़ी बहस, उठाए इतिहास, आस्था और आज़ादी पर बड़े सवाल
मुंबई। स्वर्णिम ग्लोबल सर्विसेज प्रा. लि. और सीए सुरेश झा की प्रस्तुति “द ताज स्टोरी” का बहुप्रतीक्षित टीज़र आखिरकार रिलीज़ हो गया है। फिल्म के लेखक और निर्देशक तुषार अमरीश गोयल हैं, इसमें दिग्गज अभिनेता परेश रावल मुख्य भूमिका में नज़र आएंगे, जबकि फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर विकास राधेश्याम हैं। टीज़र की शुरुआत एक प्रभावशाली दृश्य से होती है, जहां परेश रावल ताजमहल के सामने बैठे हैं। उनका व्यक्तित्व उस स्मारक जितना ही भव्य और गंभीर दिखाई दे रहा है और उसी दौरान रावल की गूंजती आवाज़ सुनाई देती है, “ताजमहल दुनिया के महानतम स्मारकों में से एक है। कुछ लोगों के लिए यह एक मकबरा है… और कुछ के लिए यह एक मंदिर।” पृष्ठभूमि से गूंजते उनके ये शब्द इतिहास, आस्था और दृष्टिकोण के गहरे द्वंद्व को उजागर करते हैं, जो फिल्म की आत्मा को भी दर्शाते हैं। टीज़र दर्शकों में जिज्ञासा, भावनाओं और श्रद्धा का अनोखा मिश्रण पैदा करता है। परेश रावल के संवादों के बीच की खामोशी भी उतनी ही गूंजती है, जितनी ताजमहल की सदियों पुरानी रहस्यमयी कहानी। दमदार संगीत और मनमोहक सिनेमाटोग्राफी के साथ यह टीज़र इस बात का वादा करता है कि “द ताज स्टोरी” सिर्फ एक ऐतिहासिक फिल्म नहीं, बल्कि मान्यताओं, राजनीति और जुनून की गहराइयों में उतरने वाली सिनेमाई यात्रा होगी। साथ ही टीज़र यह भी इशारा करती है कि यह फिल्म भारतीय इतिहास के उस अध्याय को उजागर करेगी, जिसके बारे में अब तक किसी ने खुलकर बात नहीं की है। परेश रावल के साथ फिल्म में ज़ाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नमित दास जैसे प्रतिभाशाली कलाकार नज़र आएंगे।
गौरतलब है कि “द ताज स्टोरी” को एक सशक्त सामाजिक ड्रामा के रूप में पेश किया जा रहा है, जो आज के समय की सबसे संवेदनशील सवाल उठाती है, और वो है 79 साल की आज़ादी के बाद भी क्या हम अब भी बौद्धिक आतंकवाद के गुलाम हैं? रोहित शर्मा और राहुल देव नाथ द्वारा संगीतबद्ध यह फिल्म सिर्फ एक ऐतिहासिक या पीरियड फिल्म नहीं है, बल्कि एक “सिनेमैटिक डिबेट” है, जो सामाजिक विचारों और ऐतिहासिक तथ्यों की पुनर्व्याख्या के माध्यम से दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है।
“द ताज स्टोरी” भारत के सिनेमाघरों में 31 अक्टूबर 2025 को भव्य रूप से रिलीज़ होगी। हालांकि यह तय है कि फिल्म रिलीज के साथ ही यह फिल्म एक ऐसी बहस को जन्म देगी, जो दर्शकों को न केवल इतिहास को, बल्कि आज़ादी और आस्था के मायनों को भी नए सिरे से देखने के लिए प्रेरित करेगी।

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