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वहीदा रहमान को दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित

मुंबई। अनुभवी अभिनेत्री वहीदा रहमान को इस वर्ष प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर जानकारी दी है।
अनुराग ठाकुर ने कहा मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान की अनुभूति हो रही है कि वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया है, उनमें से प्रमुख हैं, प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी और कई अन्य। अपने 5 दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद खूबसूरती से निभाया है, जिसके कारण उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, वहीदा जी ने एक भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और ताकत का उदाहरण दिया है जो अपनी कड़ी मेहनत से पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल कर सकती है।
ऐसे समय में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है, उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है और जिन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार के लिए समर्पित कर दिया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान की अनुभूति हो रही है कि वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया है, उनमें से प्रमुख हैं, प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी और कई अन्य। अपने 5 दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद खूबसूरती से निभाया है, जिसके कारण उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, वहीदा जी ने एक भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और ताकत का उदाहरण दिया है जो अपनी कड़ी मेहनत से पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल कर सकती है।
ऐसे समय में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है, उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है और जिन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार के लिए समर्पित कर दिया है।
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