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धन-सुख, मन-शांति और तन-कांति के लिए सर्वोत्तम है शरद पूर्णिमा!

पूर्णिमा तिथि समाप्त - 7 अक्टूबर 2025 को 09:16 एएम बजे
शरद पूर्णिमा, धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के कारण महत्वपूर्ण पूर्णिमा मानी जाती है। यह अवसर धन-सुख, मन-शांति और तन-कांति के लिए सर्वोत्तम है। धर्मधारणाओं के अनुसार- शरद पूर्णिमा की रात माता श्रीलक्ष्मी जागरण करनेवाले श्रद्धालुओं को धन-वैभव का आशीर्वाद देती हैं, इसलिए इस अवसर पर माता श्रीलक्ष्मी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
चन्द्रोदय होने पर यथाशक्ति, दीपक जलाने चाहिए और अमृत बरसानेवाले चन्द्रदेव के दर्शन-पूजन का लाभ लेना चाहिए। इस अवसर पर जागरण से मन की शांति मिलती है। इस दिन बनी खीर चन्द्रमा की चांदनी में रखते हैं, रात्रि का एक पहर बीतने पर यह भोग माता श्रीलक्ष्मी को अर्पित करते हैं। यह प्रसाद रोगमुक्ति के साथ तन-कांति प्रदान करता है।
-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
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