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प्रदोष व्रत संपूर्ण सुख प्रदान करता है!
सुख का अहसास कराता है- शांत मन और दुख का कारण है- अशांत मन, शिवोपासना से तुरंत मानसिक शांति प्राप्त होती है। प्रदोष व्रत में दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्रों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते है। इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं इसलिए उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है।
विभिन्न दिनों के प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता है.... बृहस्पतिवार के प्रदोष व्रत से शत्रुओं का नाश होता है। शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है। शनिवार प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है। रविवार के दिन प्रदोष व्रत हमेशा स्वस्थ रखता है।
सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से ऋण-रोग से मुक्ति मिलती है। बुधवार के दिन यह व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है। संपूर्ण वर्ष प्रदोष व्रत संपूर्ण सुख प्रदान करता है।
-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर
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