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Nov 10, 2024 11:49 am
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बुधवार से वक्री हो रहे हैं गुरु, बारह राशियों पर पड़ेगा मिश्रित प्रभाव

khaskhabar.com : मंगलवार, 08 अक्टूबर 2024 10:40 AM (IST)
बुधवार
से वक्री हो रहे हैं गुरु, बारह राशियों पर पड़ेगा मिश्रित प्रभाव
वर्ष 2024 में, बृहस्पति 09 अक्टूबर को प्रातः 03:10 बजे मिथुन राशि में वक्री होगा और 04 फरवरी, 2025 को प्रातः 04:02 बजे तक अपनी वक्री गति जारी रखेगा। यह वक्री अवधि 3 महीने और 26 दिनों तक चलती है, जो आत्मनिरीक्षण और समायोजन के लिए पर्याप्त समय प्रदान करती है।


गुरु ज्ञान, संतान, मान-सम्मान, धार्मिक कार्य आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में गुरु का 119 दिनों तक वृष राशि में वक्री रहना महत्त्वपूर्ण घटना है। इस दौरान वक्री गुरु बारह राशियों पर मिश्रित परिणाम देंगे। ज्योतिष की मानें तो कुछ कामों में इससे अड़चनें आएंगी और कुछ काम पूरे होंगे। आपको बता दें कि गुरु यानी बृहस्पति ग्रह अभी वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इनका राशि परिवर्तन अगले साल होगा। यहां पढ़ें सभी राशियों पर असर

मेष

स्वास्थ्य संबंधी एवं मरम्मत के नाम पर खर्च की अधिकता। दिनचर्या में सुधार एवं बड़े पूंजी निवेश में सतर्कता हितकर रहेगी।

वृषभ

कुछ पुरानी समस्याओं का समाधान। आमदनी के नए स्रोत खुलेंगे। स्वयं तथा परिवार के सदस्य की स्वास्थ्य समस्या।

मिथुन

रुके काम बनेंगे। निवास, कार्य स्थल में परिवर्तन। निर्माण कार्य पर खर्च। सुखद एवं कुछ कड़वे अनुभव साथ-साथ मिलेंगे।

कर्क

परिवार में मांगलिक कार्य। नए कार्य में संलग्नता। विवादित मामलों में संघर्ष जारी रहेगा।

सिंह

मिश्रित प्रभाव। घर में मांगलिक कार्य। घर के सदस्य का स्थान परिवर्तन।

कन्या

लंबी यात्रा। नई खरीदारी। परिवार में शुभ-अशुभ घटनाक्रम। आर्थिक तरक्की किंतु खर्च की अधिकता।

तुला

छोटी-लंबी यात्रा। गलत निर्णय से आर्थिक क्षति। व्यर्थ विवाद से परहेज करें।

वृश्चिक

कुछ रुके काम बनेंगे। कड़वे वचन से संबंधों में तनाव। मान-सम्मान में वृद्धि। नए कार्य में सलंग्नता, आलस्य एवं गैर जिम्मेदारी से बचें।

धनु

विवादपूर्ण सफलता। पुरानी समस्या का समाधान। महत्त्वपूर्ण कार्य में सफलता। नए संबंध एवं सम्मान की प्राप्ति।

मकर

पूर्वानुमान संबंधी मामलों में आधी-अधूरी सफलता। मरम्मत एवं खरीदारी पर खर्च।

कुंभ

स्वयं या परिवार के सदस्य के निवास या कार्य स्थल में परिवर्तन। चल-अचल संपत्ति की खरीदारी। परिवार में मांगलिक कार्य भी होंगे।

मीन

छोटी-लंबी यात्रा। स्वास्थ्य समस्या का समाधान। नए संबंध, नए संपर्क। कार्यस्थल या कार्य की प्रकृति में परिवर्तन।

नोट: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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