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मां ने दो बहनों को अलग-अलग छोडा, किस्मत ने ऐसे फिर मिलाया...
श्रीगंगानगर। एक मां अपनी दो मासूम बेटियों को अलग-अलग स्थानों पर छोडक़र नदारद हो गई, लेकिन विधाता ने ऐसा संयोग देखिए एक दिन के अंतराल में दोनों एक ही आश्रम में पहुंच गईं। यह दिलचस्प मामला गंगानगर जिले में एक आश्रम में उजागर हुआ। आश्रम की वरिष्ठ सेवादार ऋतूबाला ने बताया कि 18 अप्रैल की शाम को श्रीगंगानगर जीआरपी थाना की महिला पुलिस पांच वर्षीय बालिका जश्न को बाल कल्याण समिति के माध्यम से आश्रम में लेकर आई।
जश्न उसी दिन सुबह जिले के सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर भटकते हुए मिली थी। उन्होंने बताया कि आश्रम संचालकों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब अगले ही दिन हनुमानगढ़ की जिला बाल कल्याण समिति ने जीआरपी हनुमानगढ़ के मार्फत एक चार वर्षीय बच्ची को इस आश्रम में आश्रय देने के लिए भेजा। जैसे ही इस बच्ची ने आश्रम में जश्न को देखा तो वह भागकर उससे लिपट गई। वह उसकी छोटी बहन जसवीर कौर थी।
जश्न उसी दिन सुबह जिले के सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर भटकते हुए मिली थी। उन्होंने बताया कि आश्रम संचालकों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब अगले ही दिन हनुमानगढ़ की जिला बाल कल्याण समिति ने जीआरपी हनुमानगढ़ के मार्फत एक चार वर्षीय बच्ची को इस आश्रम में आश्रय देने के लिए भेजा। जैसे ही इस बच्ची ने आश्रम में जश्न को देखा तो वह भागकर उससे लिपट गई। वह उसकी छोटी बहन जसवीर कौर थी।
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