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बचपन में हुई बेइज्जती ने बदल दी जिंदगी, रिक्शा चालक का बेटा बना बडा अफसर
गोविंद का आईएएस बनने का सफर...
गोविंद जायसवाल 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। वे इस समय गोवा में सेक्रेट्री फोर्ट, सेक्रेट्री स्किल डेवलपमेंट और इंटेलिजेंस के डायरेक्टर जैसे 3 पदों पर तैनात हैं। हरिशचंद्र यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद 2006 में सिविल सर्विस की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए थे। वहां उन्होंने पार्ट-टाइम नौकरी कर अपनी ट्यूशन्स का खर्च निकाला।
उनकी मेहनत का फल उन्हें मिला गोविंद पहले अटैम्पट में ही 48वीं रैंक के साथ आईएएस बन गया। गोविंद की बड़ी बहन ममता ने मीडिया से बताया कि भाई बचपन से ही पढऩे में तेज था। मां के देहांत के बाद भी उसने पढ़ाई नहीं छोड़ी।
उसके दिल्ली जाने के बाद पिता जी बड़ी मुश्किल से पढ़ाई का खर्च भेज पाते थे। घर की हालत देख भाई ने चाय और एक टाइम का टिफिन भी बंद कर दिया था।
ऐसे मिली बीवी...
गोविंद जायसवाल 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। वे इस समय गोवा में सेक्रेट्री फोर्ट, सेक्रेट्री स्किल डेवलपमेंट और इंटेलिजेंस के डायरेक्टर जैसे 3 पदों पर तैनात हैं। हरिशचंद्र यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद 2006 में सिविल सर्विस की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए थे। वहां उन्होंने पार्ट-टाइम नौकरी कर अपनी ट्यूशन्स का खर्च निकाला।
उनकी मेहनत का फल उन्हें मिला गोविंद पहले अटैम्पट में ही 48वीं रैंक के साथ आईएएस बन गया। गोविंद की बड़ी बहन ममता ने मीडिया से बताया कि भाई बचपन से ही पढऩे में तेज था। मां के देहांत के बाद भी उसने पढ़ाई नहीं छोड़ी।
उसके दिल्ली जाने के बाद पिता जी बड़ी मुश्किल से पढ़ाई का खर्च भेज पाते थे। घर की हालत देख भाई ने चाय और एक टाइम का टिफिन भी बंद कर दिया था।
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