Advertisement
लीना लुकोइन से मिले डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या

विलनस, लिथुआनिया। अपने यूरोप प्रवास में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी विलनस, लिथुआनिया पहुंचे। वहां उन्होंने आयुर्वेद अकादमी के विद्यार्थियों और वहां के प्रबंधक डॉ. लीना लुकोइन से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि कैसे हम जीवन को एक वरदान बनाकर श्रेष्ठ कार्य कर सकते हैं। हमें जीवन के सही उद्देश्य को ध्यान में रखकर आत्मविश्वास, धैर्य, करुणा और प्रतिबद्धता से जीवन लक्ष्य को प्राप्त करना है। आवश्यकता केवल सही उद्देश्य की खोज करने की है। उन्होंने सभी को पूज्य गुरुदेव की कही बात याद दिलाई कि बिना उद्देश्य के व्यक्ति एक पेंडुलम के समान है, जो घूमता तो बहुत है पर पहुंचता कहीं नहीं है। जीवन को सही उद्देश्यों के साथ जीना ही मनुष्य जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।
विगत 12 वर्षों से, देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने आयुर्वेद अकादमी के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखा है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इन मजबूत संबंधों को बनाए रखने के लिए लिथुआनिया जाते हैं और आयुर्वेद अकादमी के विद्यार्थी देव संस्कृति विश्वविद्यालय आते हैं। प्रस्तुत है कुछ झलकियां।
उन्होंने बताया कि कैसे हम जीवन को एक वरदान बनाकर श्रेष्ठ कार्य कर सकते हैं। हमें जीवन के सही उद्देश्य को ध्यान में रखकर आत्मविश्वास, धैर्य, करुणा और प्रतिबद्धता से जीवन लक्ष्य को प्राप्त करना है। आवश्यकता केवल सही उद्देश्य की खोज करने की है। उन्होंने सभी को पूज्य गुरुदेव की कही बात याद दिलाई कि बिना उद्देश्य के व्यक्ति एक पेंडुलम के समान है, जो घूमता तो बहुत है पर पहुंचता कहीं नहीं है। जीवन को सही उद्देश्यों के साथ जीना ही मनुष्य जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।
विगत 12 वर्षों से, देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने आयुर्वेद अकादमी के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखा है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इन मजबूत संबंधों को बनाए रखने के लिए लिथुआनिया जाते हैं और आयुर्वेद अकादमी के विद्यार्थी देव संस्कृति विश्वविद्यालय आते हैं। प्रस्तुत है कुछ झलकियां।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
गॉसिप्स
Advertisement
Traffic
Features
