कोरोनावायरस - केंद्रीय मंत्री समूह की दसवीं बैठक, यहां पढ़ें

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 की चुनौती से बेहतर तरीके से निपटने के लिए एक दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखने, गरीबों के लिए मूल आवश्यकताओं का प्रबंध करने पर बल देते हुए इस दिशा में समाज कल्याण संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा जागरूकता विकसित करने हेतु किए गए अग्रसक्रिय प्रयासों की प्रशंसा की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने मंत्री समूह की दसवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी।
बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने सभी भारतीय दूतावासों और उच्चायुक्तों के प्रमुखों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में वैश्विक कोविड-19 महामारी के फीडबैक पर भी चर्चा की हैं।
बैठक में बताया कि देश में कोविड-19 के बचाव, नियंत्रण और प्रबंधन की उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है और राज्यों के साथ मिलकर विभिन्न कार्रवाइयां शुरू की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित मंत्रालयों और विभागों तथा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शीर्ष अधिकारियों के साथ नियमित तौर पर निगरानी और स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
बैठक में लॉक डाउन के कार्यान्वयन, प्रवासी कामगारों के मुद्दे, कोविड-19 के समक्ष आ रहे हॉट स्पॉट स्थलों पर नियंत्रण उपायों, निजी सुरक्षा उपकरणों, मास्क, वेंटिलेटर जैसी आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
यह जानकारी भी दी गई कि कोविड-19 के फीडबैक पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी उच्चाधिकार समिति का गठन किया गया है। इसकी अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद पॉल कर रहे हैं इसके सदस्यों में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहाकार प्रो. के विजय राघवन हैं जो वैज्ञानिक एजेंसियों, वैज्ञानिकों,उद्योगों और नियामक संस्थाओं के बीच समन्वय बनाने का काम करेंगे यह समिति कोविड-19 रोग की जांच सुविधाओं को बढ़ाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता के मद्देनजर अनुसंधान और विकास पर तीव्र निर्णय लेने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारतीय वैज्ञानिक और औद्योगिकी अनुसंधान परिषद, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन तथा भारतीय विज्ञान संस्थान के साथ काम करेगी।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय, औषध विभाग और राज्यों के साथ मिलकर निजी सुरक्षा उपकरणों, मास्क और वेंटिलटरों की आवश्यकता, आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन कर रही फैक्ट्रियों की निगरानी कर रहा है और संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की सभी राज्यों में पहचान सुनिश्चित करने में समन्वय कर रहा है ताकि नियंत्रण नीति के अनुसार कोई संपर्क छूट न जाए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बेवसाइट पर कोविड-19 के लिए एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी वर्करों, आयुष के अंतर्गत उपचार करने वालों, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों को क्षेत्र निगरानी, निरीक्षण, प्रयोगशाला जांच नैदानिक प्रबंधन, आइसोलेशन सुविधा प्रबंधन, सघन देखभाल, संक्रमण नियंत्रण प्रबंधन और क्वारंटीन सुविधा प्रबंधन का प्रशिक्षण देने के लिए संसाधनों को बेवसाइट पर अपलोड कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कल यानि 30 मार्च को बेव सेमिनार आयोजित किया जिसमें 15 हजार नर्सों को ऑन लाइन प्रशिक्षण दिया गया।
उल्लेखनीय है कि आधिकारिक अब तक देश में कोविड-19 के 1251 पुष्ट मामलों और 32 मौतों की खबर है। पिछले 24 घंटे के दौरान 227 और पुष्ट मामलों और तीन और मौतों की खबर मिली है।
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