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अभी मेरा सर्वश्रेष्ठ आना बाकी : साथियान

कोलकाता। विश्व टेबल टेनिस रैंकिंग में शीर्ष-25 में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी गणनसेकरन साथियान का मानना है कि अभी उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकी है।
साथियान हाल में अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ की ओर से जारी विश्व टेबल टेनिस रैंकिंग (आइटीटीएफ) के शीर्ष-25 में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
साथियान ने आईएएनएस से कहा, ‘‘मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं और मुझे लगता है कि मैं सही दिशा में आगे बढ़ रहा हूं। लेकिन साथ ही मुझे यह भी लगता है कि अभी मेरा सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने विश्व स्तरीय खिलाडिय़ों को हराना शुरू कर दिया है। मुझे अभी भी ऐसा लग रहा है कि मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकी है। इस साल के अंत तक शीर्ष-15 में आना मेरा प्रमुख लक्ष्य है।’’
साथियान नवीनतम आईटीटीएफ रैंकिंग में चार स्थान के फायदे से 24वें पायदान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस महीने योकोहामा में एशिया कप में छठा स्थान हासिल किया था जिसका उन्हें फायदा मिला।
इसके अलावा वह हंगरी में वल्र्ड चैंपियनशिप के राउंड आफ 32 में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय थे।
चेन्नई के साथियान ने पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
यह पूछे जाने पर कि भारत के शीर्ष खिलाड़ी होने के चलते उन पर दबाव है, साथियान ने हंसते हुए कहा, ‘‘मुझे दबाव में खेलना पसंद है। मैं इस चुनौती का आनंद लेता हूं।’’
(आईएएनएस)
साथियान हाल में अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ की ओर से जारी विश्व टेबल टेनिस रैंकिंग (आइटीटीएफ) के शीर्ष-25 में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
साथियान ने आईएएनएस से कहा, ‘‘मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं और मुझे लगता है कि मैं सही दिशा में आगे बढ़ रहा हूं। लेकिन साथ ही मुझे यह भी लगता है कि अभी मेरा सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने विश्व स्तरीय खिलाडिय़ों को हराना शुरू कर दिया है। मुझे अभी भी ऐसा लग रहा है कि मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकी है। इस साल के अंत तक शीर्ष-15 में आना मेरा प्रमुख लक्ष्य है।’’
साथियान नवीनतम आईटीटीएफ रैंकिंग में चार स्थान के फायदे से 24वें पायदान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस महीने योकोहामा में एशिया कप में छठा स्थान हासिल किया था जिसका उन्हें फायदा मिला।
इसके अलावा वह हंगरी में वल्र्ड चैंपियनशिप के राउंड आफ 32 में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय थे।
चेन्नई के साथियान ने पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
यह पूछे जाने पर कि भारत के शीर्ष खिलाड़ी होने के चलते उन पर दबाव है, साथियान ने हंसते हुए कहा, ‘‘मुझे दबाव में खेलना पसंद है। मैं इस चुनौती का आनंद लेता हूं।’’
(आईएएनएस)
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