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प्रेमिका रिहा हुई तो जेल में बंद उम्रकैदी भी मिलने के लिए भाग निकला

कपूरथला। उम्रकैदी को जेल में बंद
एक युवती से प्यार हो गया। प्रेमिका को जमानत मिली तो प्रेमी भी उससे
मिलने के लिए जेल से फरार हो गया। मामला जालंधर के बेहद चर्चित सुनैना
हत्याकांड का दोषी पंकज उर्फ भीमा का है जो बीमारी का बहाना कपूरथला के
सिविल अस्पताल से भाग गया। बाद में उसे जालंधर में प्रेमिका के घर से पकड़ा
गया। यह युवती नशा तस्करी के मामले में कपूरथला के मॉर्डन जेल में बंद थी
तो दोनों की कपूरथला में ही दोस्ती हुई थी।
युवती जेल से रिहा हो गई तो भीमा का उससे मिलना-जुलना बंद हाे गया आैर इससे वह परेशान हो गया। इसे बाद उसने जेल से भागने की साजिश रची। बुधवार को वह पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद सीधे उससे मिलने जालंधर के आबादपुरा बस्ती में पहुंचा। पुलिस को भी इसका अनुमान था आैर उसने उसे दबोच लिया।
एसएसपी संदीप शर्मा ने बताया कि भीमा के फरार होने के बाद पुलिस ने दो टीमों का गठन किया था। एक टीम को कपूरथला में ही उसके रिश्तेदारों के घर भेजा और दूसरी को जालंधर भेजा। पहले उनको सूचना मिली थी कि वह अपनी बहन के घर पर गया है, लेकिन वहां से नहीं मिला।
बता दें कि पंकज ने अपने कुछ अन्य साथियों से मिलकर जालंधर की लड़की से दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। इस पर पुलिस ने उसे पांच साल पहले गिरफ्तार किया था। अदालत ने 2015 में उसे 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद से वह कपूरथला के मॉर्डन जेल में बंद था।
बताया जाता है कि कुछ दिन पहले जालंधर की एक युवती नशा तस्करी के मामले में पकड़े जाने के बाद कपूरथला जेल में लाई गई। इसी दौरान उससे पंकज की दोस्ती हाे गई आैर दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया। इसी बीच युवती जेल से रिहा हो गई तो पंकज का उससे मिलना-जुलना बंद हो गया। पंकज इससे परेशान हो गया। इसके बाद प्रेमिका से मिलने के लिए जेल से भागने की साजिश रची।
जेल में उसने बीमारी का बहाना बनाया और बुधवार सुबह उसे कपूरथला के सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां टेस्ट करवाने से पहले वह मौका देखकर भाग गया। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों के यहां खोजा, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। इसके बाद प्रेमिका के यहां छापा मारा गया तो वह पकड़ा गया।
युवती जेल से रिहा हो गई तो भीमा का उससे मिलना-जुलना बंद हाे गया आैर इससे वह परेशान हो गया। इसे बाद उसने जेल से भागने की साजिश रची। बुधवार को वह पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद सीधे उससे मिलने जालंधर के आबादपुरा बस्ती में पहुंचा। पुलिस को भी इसका अनुमान था आैर उसने उसे दबोच लिया।
एसएसपी संदीप शर्मा ने बताया कि भीमा के फरार होने के बाद पुलिस ने दो टीमों का गठन किया था। एक टीम को कपूरथला में ही उसके रिश्तेदारों के घर भेजा और दूसरी को जालंधर भेजा। पहले उनको सूचना मिली थी कि वह अपनी बहन के घर पर गया है, लेकिन वहां से नहीं मिला।
बता दें कि पंकज ने अपने कुछ अन्य साथियों से मिलकर जालंधर की लड़की से दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। इस पर पुलिस ने उसे पांच साल पहले गिरफ्तार किया था। अदालत ने 2015 में उसे 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद से वह कपूरथला के मॉर्डन जेल में बंद था।
बताया जाता है कि कुछ दिन पहले जालंधर की एक युवती नशा तस्करी के मामले में पकड़े जाने के बाद कपूरथला जेल में लाई गई। इसी दौरान उससे पंकज की दोस्ती हाे गई आैर दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया। इसी बीच युवती जेल से रिहा हो गई तो पंकज का उससे मिलना-जुलना बंद हो गया। पंकज इससे परेशान हो गया। इसके बाद प्रेमिका से मिलने के लिए जेल से भागने की साजिश रची।
जेल में उसने बीमारी का बहाना बनाया और बुधवार सुबह उसे कपूरथला के सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां टेस्ट करवाने से पहले वह मौका देखकर भाग गया। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों के यहां खोजा, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। इसके बाद प्रेमिका के यहां छापा मारा गया तो वह पकड़ा गया।
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