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यूपी चुनाव - मंत्री के सहयोगी की हत्या के आरोप में 5 गिरफ्तार

मथुरा । मथुरा पुलिस ने उत्तर प्रदेश
के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी के सहयोगी और भाजपा कार्यकर्ता और
ग्राम प्रधान रामवीर सिंह की हत्या के आरोप में दो कथित शूटर सहित पांच
लोगों को गिरफ्तार किया है।
रामवीर सिंह की बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शूटर को कथित तौर
पर सिंह के प्रतिद्वंद्वी द्वारा काम पर रखा गया था, जिन्होंने उनके खिलाफ
2020 के पंचायत चुनाव में असफल चुनाव लड़ा था।
पुलिस ने कहा कि हत्या के पीछे का मकसद उपचुनाव के लिए मजबूर करना था और बाद में चुनाव जीतने के बाद 21 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त करना था।
पुलिस ने सिंह के खिलाफ पेनगांव ग्राम पंचायत चुनाव लड़ने वाले 28 वर्षीय मास्टरमाइंड अनमोल पहलवान को उसके दो साथियों रोहताश और दान सिंह और एक शूटर मोनू जाट के साथ गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के दौरान मोनू जाट ने पुलिस को अपने साथी शिवम ठाकुर के बारे में बताया, जिसे गुरुवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव ग्रोवर ने कहा कि पूछताछ के दौरान अनमोल ने पुलिस को बताया कि रामवीर सिंह के साथ उसका लंबे समय से पंचायत चुनाव और कुछ स्थानीय मुद्दे को लेकर झगड़ा चल रहा था।
उसने रामवीर को मारने के लिए निशानेबाजों को काम पर रखना स्वीकार किया।
अनमोल ने 1 लाख रुपये की अनुबंध राशि से टोकन मनी का भुगतान किया था और चुनाव जीतने के बाद पैसे मिलने के बाद 21 करोड़ रुपये में से कुछ हिस्सा देने का भी वादा किया था। उन्होंने उन्हें एक टोल अनुबंध में भागीदारी का भी वादा किया था।
एसएसपी ने बताया कि चश्मदीदों की मदद से पुलिस को आरोपियों की उपस्थिति और सिंह को गोली मारने के बाद वे किस दिशा में भागे, इसका सुराग मिला। पुलिस ने सभी सीसीटीवी फुटेज को देखा। आरोपी पहले भरतपुर गए और वहां से वे हरियाणा के मेवात चले गए।
पुलिस ने इनके कब्जे से एक पिस्टल और दो देसी पिस्टल बरामद की है।
--आईएएनएस
पुलिस ने कहा कि हत्या के पीछे का मकसद उपचुनाव के लिए मजबूर करना था और बाद में चुनाव जीतने के बाद 21 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त करना था।
पुलिस ने सिंह के खिलाफ पेनगांव ग्राम पंचायत चुनाव लड़ने वाले 28 वर्षीय मास्टरमाइंड अनमोल पहलवान को उसके दो साथियों रोहताश और दान सिंह और एक शूटर मोनू जाट के साथ गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के दौरान मोनू जाट ने पुलिस को अपने साथी शिवम ठाकुर के बारे में बताया, जिसे गुरुवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव ग्रोवर ने कहा कि पूछताछ के दौरान अनमोल ने पुलिस को बताया कि रामवीर सिंह के साथ उसका लंबे समय से पंचायत चुनाव और कुछ स्थानीय मुद्दे को लेकर झगड़ा चल रहा था।
उसने रामवीर को मारने के लिए निशानेबाजों को काम पर रखना स्वीकार किया।
अनमोल ने 1 लाख रुपये की अनुबंध राशि से टोकन मनी का भुगतान किया था और चुनाव जीतने के बाद पैसे मिलने के बाद 21 करोड़ रुपये में से कुछ हिस्सा देने का भी वादा किया था। उन्होंने उन्हें एक टोल अनुबंध में भागीदारी का भी वादा किया था।
एसएसपी ने बताया कि चश्मदीदों की मदद से पुलिस को आरोपियों की उपस्थिति और सिंह को गोली मारने के बाद वे किस दिशा में भागे, इसका सुराग मिला। पुलिस ने सभी सीसीटीवी फुटेज को देखा। आरोपी पहले भरतपुर गए और वहां से वे हरियाणा के मेवात चले गए।
पुलिस ने इनके कब्जे से एक पिस्टल और दो देसी पिस्टल बरामद की है।
--आईएएनएस
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