Advertisement
यूनिवर्सल बेसिक इनकम प्रस्ताव से बढ़ेगा विश्वास : सिक्किम सांसद

नई दिल्ली। सिक्किम से लोकसभा के एकमात्र सांसद पी.डी.राय ने कहा है कि मुख्यमंत्री पवन चामलिंग के यूनिवर्सल बेसिक इनकम (यूबीआई) के वादे से अगर सत्ता में वापसी हुई तो यह एक सक्रिय कदम होगा और विश्वास बढ़ेगा।
पी.डी.राय के अनुसार, यूबीआई के तहत राज्य में जन्म लेने वाले हर बच्चे को अपने जन्म के बाद से एक आय मिलनी शुरू हो जाएगी।
यहां आईएएनएस के साथ खास बातचीत में राय ने कहा कि यूबीआई के पीछे विचार राज्य के लोगों को जीवन में बेहतर विकल्प देने का है।
उन्होंने कहा, ‘‘यूबीआई सिक्किम के हर नागरिक के लिए है, सभी सिक्किम के लोगों के लिए।’’
महज 7,096 वर्ग किमी वाले क्षेत्रफल के छोटे-से राज्य सिक्किम की आबादी 610,000 से अधिक है और यहां प्रति व्यक्ति आय 88,000 से ज्यादा है।
राय ने स्वीकार किया कि योजना के क्रियान्वयन से पहले एक लंबी परामर्श प्रक्रिया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक फरवरी के अंतरिम बजट में किसानों को रियायतें देने व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गरीबों को न्यूनतम गारंटी देने के वादे का जिक्र करते हुए राय ने कहा कि देश में कृषि संकट की वजह से यह मुद्दा ज्यादा गंभीर है।
उन्होंने कहा, ‘‘सिक्किम में हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राज्य बहुत सक्रिय है और देश में आय के संबंध में हम शीर्ष दो-तीन राज्यों में शुमार हैं। हम युवाओं की मानसिकता बदलने की तरफ अग्रसर हैं।’’
लेकिन, क्या यूबीएस लोगों को आलसी नहीं बना देगा?
राय ने कहा, ‘‘आलसी लोग आलसी ही रहेंगे, चाहे उन्हें पैसे मिले या नहीं मिले।’’
राय ने कहा, ‘‘इसी वजह से हम इसे अनुदान नहीं कह रहे हैं, बल्कि आय कह रहे हैं। इससे एक अलग सोच विकसित होगी।’’
उन्होंने कहा कि एक बार लोग जानेंगे कि एक निश्चित आय उनके बैंक खातों में हर महीने आएगी तो वे जीवन में बेहतर विकल्प चुनने की स्थिति में होंगे।
यह पूछे जाने पर कि इस तरह की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन के लिए निधि कहां से आएगी?
राय ने कहा, ‘‘इसे हमारे अपने अच्छे स्रोतों से लाना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अच्छी पनबिजली, पर्यटन, जैविक खेती है और फार्मास्यूटिकल कंपनियां भी आ रही हैं। यहां शैक्षिक सुविधाओं व मेडिकल पर्यटन में बड़े अवसर पैदा होंगे। इनके साथ हमें निधि प्राप्त होगी।’’
(आईएएनएस)
पी.डी.राय के अनुसार, यूबीआई के तहत राज्य में जन्म लेने वाले हर बच्चे को अपने जन्म के बाद से एक आय मिलनी शुरू हो जाएगी।
यहां आईएएनएस के साथ खास बातचीत में राय ने कहा कि यूबीआई के पीछे विचार राज्य के लोगों को जीवन में बेहतर विकल्प देने का है।
उन्होंने कहा, ‘‘यूबीआई सिक्किम के हर नागरिक के लिए है, सभी सिक्किम के लोगों के लिए।’’
महज 7,096 वर्ग किमी वाले क्षेत्रफल के छोटे-से राज्य सिक्किम की आबादी 610,000 से अधिक है और यहां प्रति व्यक्ति आय 88,000 से ज्यादा है।
राय ने स्वीकार किया कि योजना के क्रियान्वयन से पहले एक लंबी परामर्श प्रक्रिया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक फरवरी के अंतरिम बजट में किसानों को रियायतें देने व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गरीबों को न्यूनतम गारंटी देने के वादे का जिक्र करते हुए राय ने कहा कि देश में कृषि संकट की वजह से यह मुद्दा ज्यादा गंभीर है।
उन्होंने कहा, ‘‘सिक्किम में हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राज्य बहुत सक्रिय है और देश में आय के संबंध में हम शीर्ष दो-तीन राज्यों में शुमार हैं। हम युवाओं की मानसिकता बदलने की तरफ अग्रसर हैं।’’
लेकिन, क्या यूबीएस लोगों को आलसी नहीं बना देगा?
राय ने कहा, ‘‘आलसी लोग आलसी ही रहेंगे, चाहे उन्हें पैसे मिले या नहीं मिले।’’
राय ने कहा, ‘‘इसी वजह से हम इसे अनुदान नहीं कह रहे हैं, बल्कि आय कह रहे हैं। इससे एक अलग सोच विकसित होगी।’’
उन्होंने कहा कि एक बार लोग जानेंगे कि एक निश्चित आय उनके बैंक खातों में हर महीने आएगी तो वे जीवन में बेहतर विकल्प चुनने की स्थिति में होंगे।
यह पूछे जाने पर कि इस तरह की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन के लिए निधि कहां से आएगी?
राय ने कहा, ‘‘इसे हमारे अपने अच्छे स्रोतों से लाना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अच्छी पनबिजली, पर्यटन, जैविक खेती है और फार्मास्यूटिकल कंपनियां भी आ रही हैं। यहां शैक्षिक सुविधाओं व मेडिकल पर्यटन में बड़े अवसर पैदा होंगे। इनके साथ हमें निधि प्राप्त होगी।’’
(आईएएनएस)
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
प्रमुख खबरें
Advertisement
Traffic
Features
