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राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के जनशक्ति मंत्री से की मुलाकात, कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में की वार्ता
इसके अलावा उद्योग मंत्री ने राज्य को निवेश का एक आकर्षक गंतव्य बनाने के राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी दी और कौशल विकास से जुड़े कार्यक्रमों, लॉजिस्टिक्स में सहयोग जैसे बातों की भी चर्चा की। साथ-ही-साथ, उन्होंने सिंगापुर सरकार को 9-10-11 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया।
राजस्थान सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल सिंगापुर की प्रमुख कंपनियों और व्यापारिक समूहों को प्रदेश में निवेश के लिए और उन्हें ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भाग लेने हेतु आमंत्रित करने के लिए फिलहाल सिंगापुर में है। उद्योग मंत्री कर्नल राठौड़ के अलावा, राज्य सरकार के इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य सचिव सुधांश पंत, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
अपने यात्रा के पहले दिन आज इस उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने कई कंपनियों के आला अधिकारियों से मुलाकात की। इनमें सीआईआई-इंडिया बिजनेस फोरम के अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक शामिल है, जिसमें एयर इंडिया, इंफोसिस, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एक्ज़िम बैंक, आईसीआईसीआई, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसी भारतीय कंपनियों के सिंगापुर प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने एंटरप्राइज सिंगापुर, जो सिंगापुर सरकार के व्यापार और उद्योग मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है और वहां के उद्यमों के विकास के लिए काम करता है, के अधिकारियों से भी मुलाकात की। इस बैठक के दौरान, सेम्बकॉर्प, डीपी अर्बन, एनवायरनसेंस, एवरवोल्ट ग्रीन एनर्जी होल्डिंग पीटीई, इंटीग्रेटेक पीटीई, राइस रिन्यूएबल्स पीटीई, और वीफ्लोटेक पीटीई जैसी कंपनियों ने भी हिस्सा लिया। इसके अलावा, निवेश फर्म ब्लैकस्टोन सिंगापुर के साथ भी प्रतिनिधिमंडल ने अलग से मुलाकात की।
इन बैठकों के दौरान उद्योग मंत्री कर्नल राठौड़ ने देश की भौगोलिक संरचना में राजस्थान की विशिष्ट उपस्थिति, और प्रदेश के कई क्षेत्रों जैसे पर्यटन, कृषि प्रसंस्करण, बुनियादी ढांचे, लॉजिस्टिक्स, अक्षय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, पेट्रोकेमिकल्स और सेवा क्षेत्र में मौजूद अनुकूल माहौल की भी चर्चा की। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस अवसर पर कहा, “राज्य में व्यापार करने को सुविधाजनक बनाने के लिए राजस्थान सरकार ने कई क्षेत्रों में नई नीतियां शुरू की हैं। व्यापार के लिए अनुकूल कई क्षेत्र राजस्थान में मौजूद हैं और हमारे राज्य में विकास के असीमित अवसर हैं।”
इस अवसर पर मौजूद मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राज्य में व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनाने में राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी दी और कहा कि राज्य सरकार ने पिछले हफ्ते ही राजस्थान निवेश प्रोत्साहन नीति (रिप्स) 2024 को मंजूरी दी है। “रिप्स 2024 में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के इन्सेंटिव्स दिए गए हैं। साथ-ही-साथ, इसमें कई नए क्षेत्रों को भी जोड़ा गया है। निवेश से जुड़े मामलों के लिए यह एक अम्ब्रेला पॉलिसी होगी। इसके अलावा, कई अन्य विभाग भी अपनी नीतियों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। साथ-ही-साथ, अगले कुछ वर्षों में राज्य की अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को चार गुना बढ़ाकर हम 100 गीगावाट करने जा रहे हैं। इसी तरह, जयपुर के बाहर बहुत जल्द एक बहुत बड़ा हाई-टेक शहर बनने जा रहा है और सिंगापुर की कंपनियां इस नए शहर के बुनियादी ढांचे के विकास में शामिल हो सकती हैं,” पंत ने कहा।
इन बैठकों के दौरान, सिंगापुर की कंपनियों के अधिकारियों ने राज्य में मौजूद अवसरों और निवेश की संभावनाओं के बारे में जानने में दिलचस्पी दिखायी, खास कर अक्षय ऊर्जा, पर्यटन, बिजनेस पार्क विकसित करने, डेटा सेंटर के साथ-साथ नीमराणा जापानी क्षेत्र जैसे देश-आधारित विशेष औद्योगिक पार्क बनाने जैसे क्षेत्रों में मौजूद संभावनाओं के बारे में।
आज हुई इन बैठकों के दौरान राजस्थान सरकार की प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) गायत्री राठौड़, सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अम्बुले तथा राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इसके अलावा, सिंगापुर में भारत के उच्चायोग द्वारा आयोजित एक विशेष रात्रिभोज में भी राजस्थान सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी निवेशकों, संस्थाओं और कॉरपोरेट जगत के शीर्ष अधिकारियों से लगातार बैठकें कर रही हैं, ताकि आने वाले समय में प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो सके और ‘विकसित राजस्थान’ के लक्ष्य को पूरा करने की ओर बढ़ा जा सके।
इसके तहत पिछले एक महीने में दिल्ली, मुंबई, सियोल (दक्षिण कोरिया), जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी और कतर की राजधानी दोहा में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं, ताकि निवेशकों को राजस्थान से जुड़ने, प्रदेश में निवेश हेतु आमंत्रित करने और उन्हें राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी निवेशक-अनुकूल नीतियों और अवसरों से अवगत कराया जा सके। इस व्यापक आउटरीच के परिणामस्वरूप राजस्थान सरकार को अब तक 12.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव (एमओयू) प्राप्त हुए हैं, जो राज्य सरकार के प्रयासों में निवेशक और व्यापार समुदाय के जबरदस्त विश्वास को दर्शाता है।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में:
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
इन्वेस्टर रोडशो के सिंगापुर चरण का आयोजन वहां मौजूद भारतीय उच्चायोग एवं कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंड्स्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से किया जा रहा है। सीआईआई ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का समिट इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।
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