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डिस्ट्रिक्ट हेल्थ रैंकिंग में झुंझुनूं जिला बना ‘मिसाल’

जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीनू गुप्ता ने मंगलवार को स्वास्थ्य भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जून माह में जिला स्वास्थ्य रैंकिंग में झुंझुनं जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
आनलाइन सिस्टम ‘मिसाल’ से प्राप्त जिला स्वास्थ्य रैंकिंग में राजसमंद जिला दूसरे एवं सीकर जिले ने तीसरी रैंक हांसिल की है। बैठक में मौसमी बीमारियों, भामाषाह स्वाथ्स्य बीमा योजना, राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण एवं निवारण कार्यक्रम सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली।
गुप्ता ने बताया कि ‘मिसाल’ डिस्ट्रक हैल्थ रैंकिंग सिस्टम के माध्यम से मातृ, नवजात, शिशु स्वास्थ्य सूचकांक, पूर्ण टीकाकरण कवरेज, मरीजों की संतुष्टि, संस्थागत प्रसवों का प्रतिशत, प्रसव पूर्व जांच का कवरेज, परिवार कल्याण कार्यक्रम, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, टीबी सहित विभिन्न मापदंडों पर जिले का स्कोर कार्ड तैयार किया गया है। उन्हाेंने बताया कि मई माह में सीकर जिला प्रथम रहा था और पिछले माह 7वें स्थान पर रहे झुंझनूं जिले ने 10.8 प्रतिषत अंकों में सुधार कर पहला स्थान प्राप्त किया। उन्होंने इसके लिए झुंझनूं के सीएमएचओ सुभाष खोलिया, आरसीएचओ डाॅ. दयानन्द सिंह और एनएचएम डीपीएम विक्रम सिंह सहित रामसमंद व सीकर जिला स्वास्थ्य प्रषासन सहित डिस्ट्रिक टीमों को बधाई दी।
उन्होंने बताया कि कोई भी जिला सर्वोत्तम स्थान पाने के लिए राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर दवाओं, जांच की उपलब्धता, चिकित्सक की उपस्थिति, अधिकारियों द्वारा की जाने वाली आनलाईन माॅनीटरिंग, मेडिकल मोबाईल यूनिट्स शिविरों, यथासमय रिपोर्टिंग आदि मापदण्डों में सुधार कर अपनी दक्षता प्रदर्षित कर मिसाल स्थापित कर सकता है। उन्होंने निरीक्षण के ‘राजधारा‘ ऐप का असीम उपयोग करने के लिए सभी जिला अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने गैर-संचारी रोगों के उपचार से जुड़ी रिपोर्टिंग लाईन लिस्टिंग के आधार पर करने के निर्देष दिये। उन्होंने भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना की सेवाएं लाभार्थियों को सुलभता व गुणवत्तापूर्ण सुनिष्चित करवाने के लिए जिला अधिकारियों द्वारा सूचीबद्ध चिकित्सालयों की समय-समय पर माॅनीटरिंग आववश्यक रूप से करने के निर्देष दिये।
स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि प्रत्येक ब्लाॅक, चिकित्सा संस्थान पर सभी उपलब्ध गतिविधियों की गहनता से मानिटरिंग किया जाना आवश्यक है। उन्होंने क्षय रोगियों की सूची आशासहयोगिनियों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि 1 से 14 अगस्त तक प्रदेशभर में आयोजित अभियान के दौरान आशासहयोगिनियां टीबी रोगियों के घर जाकर उनके बैंक खातों की डिटेल्स भी एकत्रित कर संबंधित को उपलब्ध करवायेगी। उन्होंने जिलों से राज्यस्तर पर प्राप्त होने वाली रिपोर्टिंग में सुधार के लिए जिलास्तर पर एक कार्मिक को निगरानी का कार्य सौंपे जाने एवं उसके द्वारा सघन जांच के उपरांत ही राज्यस्तर पर डाटा भिजवाने की व्यवस्था सुनिष्चित करने के निर्देश दिये।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में निदेशक जनस्वास्थ्य डा. वीके माथुर, निदेशक एड्स डा. एसएस चौहान, अतिरिक्त निदेषक डाॅ.रवि माथुर सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे। प्रदेश के सभी संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, पीएमओ, बीसीएमओ, डीपीएम भी मौजूद थे।
आनलाइन सिस्टम ‘मिसाल’ से प्राप्त जिला स्वास्थ्य रैंकिंग में राजसमंद जिला दूसरे एवं सीकर जिले ने तीसरी रैंक हांसिल की है। बैठक में मौसमी बीमारियों, भामाषाह स्वाथ्स्य बीमा योजना, राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण एवं निवारण कार्यक्रम सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली।
गुप्ता ने बताया कि ‘मिसाल’ डिस्ट्रक हैल्थ रैंकिंग सिस्टम के माध्यम से मातृ, नवजात, शिशु स्वास्थ्य सूचकांक, पूर्ण टीकाकरण कवरेज, मरीजों की संतुष्टि, संस्थागत प्रसवों का प्रतिशत, प्रसव पूर्व जांच का कवरेज, परिवार कल्याण कार्यक्रम, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, टीबी सहित विभिन्न मापदंडों पर जिले का स्कोर कार्ड तैयार किया गया है। उन्हाेंने बताया कि मई माह में सीकर जिला प्रथम रहा था और पिछले माह 7वें स्थान पर रहे झुंझनूं जिले ने 10.8 प्रतिषत अंकों में सुधार कर पहला स्थान प्राप्त किया। उन्होंने इसके लिए झुंझनूं के सीएमएचओ सुभाष खोलिया, आरसीएचओ डाॅ. दयानन्द सिंह और एनएचएम डीपीएम विक्रम सिंह सहित रामसमंद व सीकर जिला स्वास्थ्य प्रषासन सहित डिस्ट्रिक टीमों को बधाई दी।
उन्होंने बताया कि कोई भी जिला सर्वोत्तम स्थान पाने के लिए राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर दवाओं, जांच की उपलब्धता, चिकित्सक की उपस्थिति, अधिकारियों द्वारा की जाने वाली आनलाईन माॅनीटरिंग, मेडिकल मोबाईल यूनिट्स शिविरों, यथासमय रिपोर्टिंग आदि मापदण्डों में सुधार कर अपनी दक्षता प्रदर्षित कर मिसाल स्थापित कर सकता है। उन्होंने निरीक्षण के ‘राजधारा‘ ऐप का असीम उपयोग करने के लिए सभी जिला अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने गैर-संचारी रोगों के उपचार से जुड़ी रिपोर्टिंग लाईन लिस्टिंग के आधार पर करने के निर्देष दिये। उन्होंने भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना की सेवाएं लाभार्थियों को सुलभता व गुणवत्तापूर्ण सुनिष्चित करवाने के लिए जिला अधिकारियों द्वारा सूचीबद्ध चिकित्सालयों की समय-समय पर माॅनीटरिंग आववश्यक रूप से करने के निर्देष दिये।
स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि प्रत्येक ब्लाॅक, चिकित्सा संस्थान पर सभी उपलब्ध गतिविधियों की गहनता से मानिटरिंग किया जाना आवश्यक है। उन्होंने क्षय रोगियों की सूची आशासहयोगिनियों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि 1 से 14 अगस्त तक प्रदेशभर में आयोजित अभियान के दौरान आशासहयोगिनियां टीबी रोगियों के घर जाकर उनके बैंक खातों की डिटेल्स भी एकत्रित कर संबंधित को उपलब्ध करवायेगी। उन्होंने जिलों से राज्यस्तर पर प्राप्त होने वाली रिपोर्टिंग में सुधार के लिए जिलास्तर पर एक कार्मिक को निगरानी का कार्य सौंपे जाने एवं उसके द्वारा सघन जांच के उपरांत ही राज्यस्तर पर डाटा भिजवाने की व्यवस्था सुनिष्चित करने के निर्देश दिये।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में निदेशक जनस्वास्थ्य डा. वीके माथुर, निदेशक एड्स डा. एसएस चौहान, अतिरिक्त निदेषक डाॅ.रवि माथुर सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे। प्रदेश के सभी संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, पीएमओ, बीसीएमओ, डीपीएम भी मौजूद थे।
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