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खेलों में हरियाणा का नाम दुनिया के मानचित्र पर उभरा - राज्यपाल

सोनीपत । प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा आधुनिक खेलों के साथ-साथ पारंपरिक खेलों को भी बढ़ावा दिया गया है जिससे हरियाणा का नाम दुनिया के मानचित्र पर उभरा है। यह बात हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शनिवार को मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालय राई,सोनीपत के 44वें वार्षिकोत्सव में बोलते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे छात्रों को सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में गुणवत्ता की शिक्षा के साथ-साथ खेलों का वातावरण भी कायम हुआ है जिसकी वजह से प्रदेश के युवाओं ने खेलों को करियर के रूप में अपनाया है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीए पिछले दिनो जर्काता,इंडोनेशिया में आयोजित एशियन खेलों में देश के लिए जीते गए कुल पदकों में से हरियाणा के खिलाडियों ने 25 प्रतिशत यानि 17 पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।
आर्य ने कहा कि भौतिकता के इस युग में आज के युवा को संस्कारवान बनाना निहायत जरूरी है इसके लिए शिक्षण संस्थाओं व शिक्षकगणों को और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नैतिकता का पाठ पढाना चाहिए ताकि यह युवा वर्ग माता.पिता गुरूजनए जन्मभूमि मातृभाषा एवं भारतीय संस्कृति का आदर करें और देश को फिर से विश्वगुरू का दर्जा प्राप्त हो।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि हरियाणा के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा देश में सर्वश्रेष्ठ खेल नीति तैयार की गई हैए जिसकी वजह से युवाओं ने खेलों को कैरियर के रूप में अपनाया है। खेल नीति के तहत खिलाडिय़ों को नकद ईनाम के साथ-साथ रोजगार भी मुहैया करवाया जाता है। यहां तक कि ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को छह करोड़ रुपये की राशि और आठ वर्ष की वरीयता के साथ.साथ एचसीएस एचपीएस तक की नौकरी दी जा रही है। खिलाडिय़ों को नौकरी पाने के लिए फार्म तक न अप्लाई करना पड़े इसलिए ऑनलाईन एप्लिकेशन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। अब तक विभिन्न स्तर के 118 खिलाडिय़ों ने ऑनलाईन आवेदन किया है जिनमें से 50 खिलाडिय़ों को नौकरी देने के मामले प्रक्रियाधीन हैं।
इस दौरान खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका ने विभागीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला और राज्यपाल सत्यदेव आर्य का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में गुणवत्ता की शिक्षा के साथ-साथ खेलों का वातावरण भी कायम हुआ है जिसकी वजह से प्रदेश के युवाओं ने खेलों को करियर के रूप में अपनाया है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीए पिछले दिनो जर्काता,इंडोनेशिया में आयोजित एशियन खेलों में देश के लिए जीते गए कुल पदकों में से हरियाणा के खिलाडियों ने 25 प्रतिशत यानि 17 पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।
आर्य ने कहा कि भौतिकता के इस युग में आज के युवा को संस्कारवान बनाना निहायत जरूरी है इसके लिए शिक्षण संस्थाओं व शिक्षकगणों को और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नैतिकता का पाठ पढाना चाहिए ताकि यह युवा वर्ग माता.पिता गुरूजनए जन्मभूमि मातृभाषा एवं भारतीय संस्कृति का आदर करें और देश को फिर से विश्वगुरू का दर्जा प्राप्त हो।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि हरियाणा के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा देश में सर्वश्रेष्ठ खेल नीति तैयार की गई हैए जिसकी वजह से युवाओं ने खेलों को कैरियर के रूप में अपनाया है। खेल नीति के तहत खिलाडिय़ों को नकद ईनाम के साथ-साथ रोजगार भी मुहैया करवाया जाता है। यहां तक कि ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को छह करोड़ रुपये की राशि और आठ वर्ष की वरीयता के साथ.साथ एचसीएस एचपीएस तक की नौकरी दी जा रही है। खिलाडिय़ों को नौकरी पाने के लिए फार्म तक न अप्लाई करना पड़े इसलिए ऑनलाईन एप्लिकेशन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। अब तक विभिन्न स्तर के 118 खिलाडिय़ों ने ऑनलाईन आवेदन किया है जिनमें से 50 खिलाडिय़ों को नौकरी देने के मामले प्रक्रियाधीन हैं।
इस दौरान खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका ने विभागीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला और राज्यपाल सत्यदेव आर्य का स्वागत किया।
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