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सभी क्षेत्रों में चाहे वह रेलवे, राजमार्ग, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा आदि हो पीएम मोदी के काम से परिवर्तन साफ दिखता है : राजीव
उन्होंने कहा की पी.एम. आवास योजना ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पी.एम.ए. वाय. 2015 और 2016 में शुरू किए गए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण, किफायती, सभी मौसम के लिए पक्का आवास प्रदान करने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। अंतर्निहित खामियों वाली पिछली सरकारी आवास योजनाओं के विपरीत यह पहल बेहतर निर्माण प्रौद्योगिकी, बढ़ी हुई निगरानी, पारदर्शिता, सुविधाओं और इसके तेजी से कार्यान्वयन में कुशल अभिसरण को प्राथमिकता देती है। महिलाओं के लिए स्वामित्व या सह-स्वामित्व को अनिवार्य करने वाली यह योजना एक सशक्तीकरण के उपकरण के रूप में कार्य करती है।
उन्होंने कहा की सुरक्षा और स्वामित्व गौरव की भावना के साथ-साथ गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करके, पी.एम.ए. वाय. 'अमृतकाल' में सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण कथा में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। जनवरी 2024 तक पी.एम.ए.वाय. शहरी 24 निर्माण प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके 1.18 करोड़ से अधिक घरों को मंजूरी दी, जिनमें से 79.26 लाख का निर्माण पूरा हो चुका है। पी.एम.ए.वाय. ग्रामीण के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में किफायती आवास को बढ़ावा देकर 2.94 करोड़ से अधिक घरों को मंजूरी दी, जनवरी 2024 तक 2.54 करोड़ पूरे किए गए। इस योजना के तहत 70 फीसदी घर महिलाओं के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। पी.एम.ए.वाय. में त्वरित, टिकाऊ और लागत प्रभावी प्रोजेक्ट्स के लिए 24 प्रौद्योगिकियों और 33 सामग्रियों को अपनाना। एक मजबूत प्रबंधन सूचना प्रणाली (एम.आई.एस.) पी.एम.ए.वाय. में भौतिक और वित्तीय प्रगति का निर्बाध प्रबंधन सुनिश्चित करती है।
हिमाचल के आपदा के समय भी 21000 घर स्वीकृत किए गए है जिससे हिमाचल की जनता को बड़ा लाभ हुआ है।
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