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जल संरक्षण व जल संचयन के लिए लोगों को जागरूक किया

कैथल। केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा सांझे प्रयासों से शुरू किए गए जल शक्ति अभियान के तहत जिला कैथल में विभिन्न विभागों द्वारा जागरूकता शिविरों, रैलियों, पौधा रोपण आदि क्रिया कलापों द्वारा आम जन को जल संरक्षण व जल संचयन के लिए जागरूक किया जा रहा है। उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के मार्ग दर्शन में जल शक्ति अभियान से जुड़कर ग्राम पंचायतें, सामाजिक संस्थाएं वर्तमान के इस अहम मुद्दे को लेकर जागरूक हो रही है।
जल की महत्ता और आने वाली पीढ़ी के लिए इसका संरक्षण करने हेतू चलाए गए जल शक्ति अभियान के तहत जिला में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, पुराने बोरवैल को रिचार्ज बोरवैल में परिवर्तित करना, तालाबों की सफाई व उनकी क्षमता में वृद्धि करना, ग्रामीण आंचल में व्यर्थ में बहने वाले पानी को रोकने के उपाय करना आदि क्रिया कलापों से आम जन जागरूक हो रहे हैं और इस दिशा में अपनी भूमिका का निर्वहन भी कर रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में पौधा रोपण के साथ-साथ विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को जल संचयन के लिए बताया जा रहा है तो वहीं शिक्षा विभाग द्वारा प्रार्थना सभा में बच्चों को जल संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई जा रही है। इसके साथ-साथ स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को इस अभियान में जोड़ा जा रहा है। हरियाणा कृषि विपणन विभाग व कृषि विभाग द्वारा भी किसानों को कम पानी की खपत वाली फसले लगाने तथा धान की सीधी बिजाई के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि कम से कम जल का उपयोग हो।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि जिला में जल संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। सरकारी भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक बरसात के पानी का संरक्षण किया जा सके। गांव में पेयजल के नलों के ऊपर टुंटियां लगाई जा रही है, ताकि व्यर्थ में पानी नही बहे। उन्होंने आम जन से आह्वïान करते हुए कहा कि आज के यूग में जिस प्रकार जल का दोहन हो रहा है, वह दिन दूर नही, जब आने वाली पीढ़ी के सामने जल का संकट खड़ा होगा। इसलिए हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है कि अपने कल को सुरक्षित बनाने हेतू अधिक से अधिक जल का संरक्षण करें और व्यर्थ में जल को नही बहने दें।
जल की महत्ता और आने वाली पीढ़ी के लिए इसका संरक्षण करने हेतू चलाए गए जल शक्ति अभियान के तहत जिला में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, पुराने बोरवैल को रिचार्ज बोरवैल में परिवर्तित करना, तालाबों की सफाई व उनकी क्षमता में वृद्धि करना, ग्रामीण आंचल में व्यर्थ में बहने वाले पानी को रोकने के उपाय करना आदि क्रिया कलापों से आम जन जागरूक हो रहे हैं और इस दिशा में अपनी भूमिका का निर्वहन भी कर रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में पौधा रोपण के साथ-साथ विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को जल संचयन के लिए बताया जा रहा है तो वहीं शिक्षा विभाग द्वारा प्रार्थना सभा में बच्चों को जल संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई जा रही है। इसके साथ-साथ स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को इस अभियान में जोड़ा जा रहा है। हरियाणा कृषि विपणन विभाग व कृषि विभाग द्वारा भी किसानों को कम पानी की खपत वाली फसले लगाने तथा धान की सीधी बिजाई के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि कम से कम जल का उपयोग हो।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि जिला में जल संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। सरकारी भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक बरसात के पानी का संरक्षण किया जा सके। गांव में पेयजल के नलों के ऊपर टुंटियां लगाई जा रही है, ताकि व्यर्थ में पानी नही बहे। उन्होंने आम जन से आह्वïान करते हुए कहा कि आज के यूग में जिस प्रकार जल का दोहन हो रहा है, वह दिन दूर नही, जब आने वाली पीढ़ी के सामने जल का संकट खड़ा होगा। इसलिए हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है कि अपने कल को सुरक्षित बनाने हेतू अधिक से अधिक जल का संरक्षण करें और व्यर्थ में जल को नही बहने दें।
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