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बैंक डकैती, 10 करोड़ की ठगी और अपहरण की योजना को पुलिस ने किया विफल, चार बदमाश गिरफ्तार

भिवाडी । अलवर जिले की शेखपुर अहीर थाना पुलिस ने रविवार देर रात पुलिस का लोगो व स्टिकर और शीशे पर पुलिस लिखी महिंद्रा एक्सयूवी कार में बैठे अंतर राज्य गिरोह के चार बदमाशों को इशरोदा बैंक में डकैती की योजना बनाने समय गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंक डकैती की वारदात करने के अलावा उत्तराखंड की एक महिला को साइबर हैकिंग का शिकार बना 10 करोड़ रुपये की ठगी करने की योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति का अपहरण करना चाह रहे थे।
भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि जिले में आपराधिक वारदातों की रोकथाम एवं संगठित अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए मिशन हंड्रेड चलाया जा रहा है। इस अभियान के क्रम में रविवार देर रात थानाधिकारी शेखपुर अहीर सचिन शर्मा ने मय टीम के बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बैंक डकैती, अपहरण एवं ठगी की वारदात को होने से पहले ही विफल कर अंतरराज्यीय गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश नूर मोहम्मद पुत्र समसुद्दीन (29) व संजय यादव पुत्र बसंत यादव (28) जिला गोरखपुर एवं इरशाद अली पुत्र मोहम्मद शफीक (32) जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश तथा हकमुद्दीन पुत्र रहीश मेव (31) नूह मेवात हरियाणा के रहने वाले हैं। जिनके पास से पुलिस ने सरिये, डंडे, गंडासे, रस्सी और मिर्च पाउडर बरामद किया है।
एसपी सिंह ने बताया कि रविवार देर रात मुखबिर से मिली सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा व प्रेम बहादुर सिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी सचिन शर्मा मय टीम के चावण्डी पुलिया के पास पहुंचे। जहां पुलिस का लोगो लगी एक काले रंग की महिंद्रा एक्सयूवी कार में बैठे व्यक्ति इशरोदा बैंक में डकैती डालने की योजना बना रहे थे। गाड़ी की तलाशी में डकैती में काम आने वाले हथियार व मिर्च पाउडर इत्यादि जब्त किए गए।
एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अभियुक्त इरशाद पूर्व में जोधपुर दिल्ली तथा लखनऊ में ठगी के मामले में जेल जा चुका है तथा नूर मोहम्मद लखनऊ में ठगी के मामले में शामिल था। इनके आपराधिक रिकॉर्ड मंगवाया जा रहा है। पूछताछ में यह भी सामने आया की आरोपी बैंक डकैती के साथ थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक का अपहरण करने भी आये थे। युवक को अगवा करने का कारण उत्तराखंड की एक महिला के बैंक से फर्जी रूप से पैसे निकालने का प्लान था। क्योंकि महिला के बैंक खाते से जो नंबर जुड़ा हुआ था वह थाना क्षेत्र के उसी युवक के नाम पर था।
गिरफ्तार बदमाश उस व्यक्ति का अपहरण कर उसके मोबाइल से बैंक कॉल वेरीफाई कर अपने द्वारा लगाए जा रहे फर्जी चेकों से उस मोबाइल नंबर से जुड़े सभी बैंक खातों में जमा 10 करोड़ की राशि ठग कर आपस में बांटने वाले थे। टीम ने महिला एवं उसके परिजनों को सूचित कर बैंक खातों को फ्रीज करवाने व मोबाइल नंबर बदलने के लिए हिदायत दे दी है। इस कार्रवाई में बदमाशों का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि जिले में आपराधिक वारदातों की रोकथाम एवं संगठित अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए मिशन हंड्रेड चलाया जा रहा है। इस अभियान के क्रम में रविवार देर रात थानाधिकारी शेखपुर अहीर सचिन शर्मा ने मय टीम के बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बैंक डकैती, अपहरण एवं ठगी की वारदात को होने से पहले ही विफल कर अंतरराज्यीय गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश नूर मोहम्मद पुत्र समसुद्दीन (29) व संजय यादव पुत्र बसंत यादव (28) जिला गोरखपुर एवं इरशाद अली पुत्र मोहम्मद शफीक (32) जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश तथा हकमुद्दीन पुत्र रहीश मेव (31) नूह मेवात हरियाणा के रहने वाले हैं। जिनके पास से पुलिस ने सरिये, डंडे, गंडासे, रस्सी और मिर्च पाउडर बरामद किया है।
एसपी सिंह ने बताया कि रविवार देर रात मुखबिर से मिली सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा व प्रेम बहादुर सिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी सचिन शर्मा मय टीम के चावण्डी पुलिया के पास पहुंचे। जहां पुलिस का लोगो लगी एक काले रंग की महिंद्रा एक्सयूवी कार में बैठे व्यक्ति इशरोदा बैंक में डकैती डालने की योजना बना रहे थे। गाड़ी की तलाशी में डकैती में काम आने वाले हथियार व मिर्च पाउडर इत्यादि जब्त किए गए।
एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अभियुक्त इरशाद पूर्व में जोधपुर दिल्ली तथा लखनऊ में ठगी के मामले में जेल जा चुका है तथा नूर मोहम्मद लखनऊ में ठगी के मामले में शामिल था। इनके आपराधिक रिकॉर्ड मंगवाया जा रहा है। पूछताछ में यह भी सामने आया की आरोपी बैंक डकैती के साथ थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक का अपहरण करने भी आये थे। युवक को अगवा करने का कारण उत्तराखंड की एक महिला के बैंक से फर्जी रूप से पैसे निकालने का प्लान था। क्योंकि महिला के बैंक खाते से जो नंबर जुड़ा हुआ था वह थाना क्षेत्र के उसी युवक के नाम पर था।
गिरफ्तार बदमाश उस व्यक्ति का अपहरण कर उसके मोबाइल से बैंक कॉल वेरीफाई कर अपने द्वारा लगाए जा रहे फर्जी चेकों से उस मोबाइल नंबर से जुड़े सभी बैंक खातों में जमा 10 करोड़ की राशि ठग कर आपस में बांटने वाले थे। टीम ने महिला एवं उसके परिजनों को सूचित कर बैंक खातों को फ्रीज करवाने व मोबाइल नंबर बदलने के लिए हिदायत दे दी है। इस कार्रवाई में बदमाशों का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
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