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ईद मिलादुन्नबी पर प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था रही चाक-चौबंद : मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी
उन्होंने कहा, " मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा करता हूं कि कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। इससे जुलूस शान और सम्मान के साथ निकाले गए। मैं मुस्लिम संगठनों का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने पैगम्बरे इस्लाम के संदेश को लोगों तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया। मैं जिला पुलिस और प्रशासन का भी शुक्रिया अदा करता हूं कि कुछ जगहों पर तनाव के बावजूद उन्होंने संयम बनाए रखा और बेहतर व्यवस्था की। तनाव को देखते हुए कहा जा सकता है कि अगर समाजवादी पार्टी सत्ता में होती, तो आज कई शहरों में कर्फ्यू लगा होता।"
बता दें कि सोमवार (16 सितंबर) को पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय द्वारा ईद मिलादुन्नबी ( ईद-ए-मिलाद) का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। यह त्यौहार पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस्लाम के संस्थापक और अंतिम पैगंबर, पैगंबर मोहम्मद ने मानवता और धार्मिकता का एक अनूठा उदाहरण पेश किया। उनका जीवन इस्लामी शिक्षाओं का आदर्श है, जो मानवता, दया, न्याय और समानता पर आधारित है।
इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, पैगंबर मुहम्मद का जन्म 12 रबी अल-अव्वल (हिजरी कैलेंडर का तीसरा महीना) को हुआ था। इस तिथि को पैगंबर की मृत्यु का दिन भी माना जाता है। इसे बारावफात के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है "मृत्यु का बारहवां दिन।" इस अवसर पर मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के जीवन, उनके संदेश और इस्लाम में उनके योगदान को याद करते हैं।
--आईएएनएस
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