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सम्राट पृथ्वीराज की असफलता ने लगाया अक्षय की आगामी फिल्मों पर सवालिया निशान

आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित 300 करोड़ के शाही बजट में बनी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज की असफलता का ठीकरा निर्माताओं द्वारा अक्षय कुमार के सिर फोड़ा गया है। निर्माताओं का कहना है कि इस फिल्म के लिए अक्षय कुमार ने सही तरीके से तैयारी नहीं की। यहाँ तक कि उन्होंने इस फिल्म के लिए असली मूँछें नहीं उगाई बल्कि नकली मूँछों का इस्तेमाल किया, क्योंकि वे दूसरी फिल्मों की शूटिंग भी साथ-साथ कर रहे थे। 300 करोड़ के बिग बजट में बनी यह फिल्म 80 करोड़ रुपए भी नहीं कमा पाई। इतना ही नहीं सम्राट पृथ्वीराज इस साल की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस फ्लॉप फिल्मों में से एक बन गई है। रिपोट्र्स के मुताबिक, फिल्म के खराब प्रदर्शन से मेकर्स काफी नाराज हैं और उन्होंने इसके फ्लॉप होने का जिम्मेदार अक्षय कुमार को ठहराया है।
आदित्य चोपड़ा का यशराज फिल्म्स हिन्दी सिनेमा के सबसे बड़ा स्टूडियो है, जो एकल स्तर पर मेगा बजट फिल्मों का निर्माण करता है। इतने बड़े निर्माता का अपनी फिल्म की असफलता को लेकर दिया जा रहा बयान अक्षय कुमार के करियर पर बड़ा सवालिया निशान लगाता है। हालांकि अक्षय कुमार की इससे पहले की प्रदर्शित फिल्मों ने भी निर्माताओं को निराश किया है। उनकी लक्ष्मी, बैलबॉटम, बच्चन पांडे ऐसी फिल्में रही हैं जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार को दी गई फीस तक का कारोबार नहीं किया।
सम्राट पृथ्वीराज के खराब बिजनेस से प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा काफी नाराज हैं। उन्होंने फिल्म के ना चलने का जिम्मेदार अक्षय कुमार को ठहराया है। सूत्रों के अनुसार, रणवीर सिंह की 'जयेशभाई जोरदार' के बाद 'सम्राट पृथ्वीराज' यशराज बैनर की दूसरी फ्लॉप फिल्म है। 'जयेशभाई जोरदार' की कई सिनेमाघरों में जीरो ऑक्यूपेंसी की वजह से इसके शोज कैंसिल किए गए थे। फिर 'सम्राट पृथ्वीराज' का भी यही हश्र हुआ। इस फिल्म के भी खराब प्रदर्शन के कारण इसके कई शोज कैंसिल कर दिए गए थे। फिल्म को 4,950 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज किया था।
फिल्म के फ्लॉप होने का ब्लेम अक्षय के कंधों पर डाला जा रहा है। सूत्र ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज को एक समर्पित एकाग्रता की जरूरत थी। फिल्म के लिए अक्षय कुमार ने असली मूंछ तक नहीं उगाई थी। क्योंकि वो इस फिल्म के साथ दूसरे प्रोजेक्ट की शूटिंग भी कर रहे थे। जब आप ऐतिहासिक रूप से अहम किरदार को निभा रहे हो, तो क्यों अक्षय कुमार ने बस इसी एक प्रोजेक्ट को नहीं किया और इसी किरदार में अपना बेस्ट क्यों नहीं दिया? ऐसे सवाल उन पर उठाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, फिल्म के आर्किटेक्ट भी सम्राट पृथ्वीराज के फेल होने का जिम्मेदार अक्षय कुमार को ही मान रहे हैं।
आगामी फिल्म रक्षाबंधन भी असफलता की ओर!
आगामी 11 अगस्त को अक्षय कुमार की एक और फिल्म रक्षाबंधन का प्रदर्शन होने जा रहा है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ है जिसे देखने के बाद स्पष्ट तौर पर यह कहा जा सकता है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत निकालने में कामयाब नहीं होगी। इस फिल्म के निर्माण में अक्षय कुमार ने भी सहयोग किया है। इस फिल्म की असफलता को लेकर दो बातों की चर्चा जोरों पर है—
1. रक्षाबंधन को आमिर खान की फिल्म लालसिंह चड्ढा के सामने प्रदर्शित किया जा रहा है। बॉलीवुड में आमिर खान एक ऐसे सितारे हैं जो लम्बे अन्तराल के बाद परदे पर आते हैं और जो वो आते हैं तो उनके सामने दूसरा कोई खड़ा नहीं हो पाता है। दर्शक सिर्फ आमिर की फिल्म को देखने ही जाते हैं। ऐसे में यह उम्मीद करना कि आमिर की फिल्म के सामने अक्षय कुमार की फिल्म को दर्शक मिलेंगे, सम्भव नहीं लगता।
2. रक्षाबंधन ऐसा शीर्षक है जिसे पढक़र ही दर्शक समझ गए हैं कि यह गरीब बहिनों के भाई की कहानी है जो गरीब में पिसकर अपनी बहनों की शादी करना चाहता है। यह कथानक आज के मोबाइल युग में सफल नहीं हो सकता।
फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद फिल्म को देखने की चाह बिलकुल नहीं है। घिसे-पिटे कथानक पर आनन्द एल राय जैसा निर्माता निर्देशक क्यों कर फिल्म बना गया है यह हमारी सोच के बाहर का विषय है। रक्षा बंधन के बाद अक्षय की 5 और फिल्मों का प्रदर्शन होना है। पिछली 3 लगातार असफल फिल्मों के बाद 4थी असफलता की ओर कदम बढ़ाते अक्षय कुमार का करियर अब पूरी तरह से ढलान पर है।
मेकर्स को 110 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ
फिल्म का डायरेक्शन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है, उनके डायरेक्शन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। फिल्म को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगू में भी रिलीज किया गया था। लेकिन, हिंदी बेल्ट के अलावा दूसरे रीजन में भी यह फिल्म अच्छा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रही। रिपोट्र्स के मुताबिक, इस फिल्म के मेकर्स को 110 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। क्योंकि, फिल्म ने कथित तौर पर ओटीटी और सैटेलाइट राइट्स डील के जरिए करीब 120 करोड़ की कमाई की थी। वहीं बॉक्स ऑफिस से फिल्म 80 करोड़ भी नहीं कमा पाई है। ऐसे में फिल्म के मेकर्स के लिए 300 करोड़ रिकवर कर पाना नामुमकिन ही है। यही वजह है कि इस फिल्म को फ्लॉप माना जा रहा है।
आदित्य चोपड़ा का यशराज फिल्म्स हिन्दी सिनेमा के सबसे बड़ा स्टूडियो है, जो एकल स्तर पर मेगा बजट फिल्मों का निर्माण करता है। इतने बड़े निर्माता का अपनी फिल्म की असफलता को लेकर दिया जा रहा बयान अक्षय कुमार के करियर पर बड़ा सवालिया निशान लगाता है। हालांकि अक्षय कुमार की इससे पहले की प्रदर्शित फिल्मों ने भी निर्माताओं को निराश किया है। उनकी लक्ष्मी, बैलबॉटम, बच्चन पांडे ऐसी फिल्में रही हैं जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार को दी गई फीस तक का कारोबार नहीं किया।
सम्राट पृथ्वीराज के खराब बिजनेस से प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा काफी नाराज हैं। उन्होंने फिल्म के ना चलने का जिम्मेदार अक्षय कुमार को ठहराया है। सूत्रों के अनुसार, रणवीर सिंह की 'जयेशभाई जोरदार' के बाद 'सम्राट पृथ्वीराज' यशराज बैनर की दूसरी फ्लॉप फिल्म है। 'जयेशभाई जोरदार' की कई सिनेमाघरों में जीरो ऑक्यूपेंसी की वजह से इसके शोज कैंसिल किए गए थे। फिर 'सम्राट पृथ्वीराज' का भी यही हश्र हुआ। इस फिल्म के भी खराब प्रदर्शन के कारण इसके कई शोज कैंसिल कर दिए गए थे। फिल्म को 4,950 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज किया था।
फिल्म के फ्लॉप होने का ब्लेम अक्षय के कंधों पर डाला जा रहा है। सूत्र ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज को एक समर्पित एकाग्रता की जरूरत थी। फिल्म के लिए अक्षय कुमार ने असली मूंछ तक नहीं उगाई थी। क्योंकि वो इस फिल्म के साथ दूसरे प्रोजेक्ट की शूटिंग भी कर रहे थे। जब आप ऐतिहासिक रूप से अहम किरदार को निभा रहे हो, तो क्यों अक्षय कुमार ने बस इसी एक प्रोजेक्ट को नहीं किया और इसी किरदार में अपना बेस्ट क्यों नहीं दिया? ऐसे सवाल उन पर उठाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, फिल्म के आर्किटेक्ट भी सम्राट पृथ्वीराज के फेल होने का जिम्मेदार अक्षय कुमार को ही मान रहे हैं।
आगामी फिल्म रक्षाबंधन भी असफलता की ओर!
आगामी 11 अगस्त को अक्षय कुमार की एक और फिल्म रक्षाबंधन का प्रदर्शन होने जा रहा है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ है जिसे देखने के बाद स्पष्ट तौर पर यह कहा जा सकता है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत निकालने में कामयाब नहीं होगी। इस फिल्म के निर्माण में अक्षय कुमार ने भी सहयोग किया है। इस फिल्म की असफलता को लेकर दो बातों की चर्चा जोरों पर है—
1. रक्षाबंधन को आमिर खान की फिल्म लालसिंह चड्ढा के सामने प्रदर्शित किया जा रहा है। बॉलीवुड में आमिर खान एक ऐसे सितारे हैं जो लम्बे अन्तराल के बाद परदे पर आते हैं और जो वो आते हैं तो उनके सामने दूसरा कोई खड़ा नहीं हो पाता है। दर्शक सिर्फ आमिर की फिल्म को देखने ही जाते हैं। ऐसे में यह उम्मीद करना कि आमिर की फिल्म के सामने अक्षय कुमार की फिल्म को दर्शक मिलेंगे, सम्भव नहीं लगता।
2. रक्षाबंधन ऐसा शीर्षक है जिसे पढक़र ही दर्शक समझ गए हैं कि यह गरीब बहिनों के भाई की कहानी है जो गरीब में पिसकर अपनी बहनों की शादी करना चाहता है। यह कथानक आज के मोबाइल युग में सफल नहीं हो सकता।
फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद फिल्म को देखने की चाह बिलकुल नहीं है। घिसे-पिटे कथानक पर आनन्द एल राय जैसा निर्माता निर्देशक क्यों कर फिल्म बना गया है यह हमारी सोच के बाहर का विषय है। रक्षा बंधन के बाद अक्षय की 5 और फिल्मों का प्रदर्शन होना है। पिछली 3 लगातार असफल फिल्मों के बाद 4थी असफलता की ओर कदम बढ़ाते अक्षय कुमार का करियर अब पूरी तरह से ढलान पर है।
मेकर्स को 110 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ
फिल्म का डायरेक्शन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है, उनके डायरेक्शन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। फिल्म को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगू में भी रिलीज किया गया था। लेकिन, हिंदी बेल्ट के अलावा दूसरे रीजन में भी यह फिल्म अच्छा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रही। रिपोट्र्स के मुताबिक, इस फिल्म के मेकर्स को 110 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। क्योंकि, फिल्म ने कथित तौर पर ओटीटी और सैटेलाइट राइट्स डील के जरिए करीब 120 करोड़ की कमाई की थी। वहीं बॉक्स ऑफिस से फिल्म 80 करोड़ भी नहीं कमा पाई है। ऐसे में फिल्म के मेकर्स के लिए 300 करोड़ रिकवर कर पाना नामुमकिन ही है। यही वजह है कि इस फिल्म को फ्लॉप माना जा रहा है।
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