Advertisement
रणवीर सिंह मेरी बायोपिक के लिए बिल्कुल सही हैं : करण जौहर

मुंबई । फिल्म निर्माता करण जौहर चाहते हैं कि बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह उनकी 'बायोपिक' का हिस्सा बनें क्योंकि वह अपनी भूमिका बखूबी निभा सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह चाहते हैं कि उनके बचपन को पर्दे पर दिखाया जाए क्योंकि उनके पास बचपन की अद्भुत यादें हैं और उनके माता-पिता ने उन्हें बहुत अच्छी सीख दी है।
रोपोसो पर लाइव शो के दौरान, जब 'कुछ कुछ होता है' के निर्देशक से पूछा गया कि उनकी बायोपिक में उनके हिस्से को सबसे अच्छे से कौन चित्रित कर सकता है, तो करण जौहर ने कहा, "मुझे लगता है कि रणवीर सिंह। वह अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे।"
करण का जन्म फिल्म निर्माता यश जौहर और हीरू जौहर के घर हुआ था और उन्होंने 'कुछ कुछ होता है' के साथ अपने निर्देशन की शुरूआत की। बाद में, उन्होंने 'कभी खुशी कभी गम', 'कभी अलविदा ना कहना', 'माई नेम इज खान', 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' और भी बहुत कुछ निर्देशित किया।
करण का कहना है कि, "मेरा बचपन बहुत शानदार था। मेरे माता-पिता मेरे लिए बहुत अच्छे थे और उन्होंने मुझे जीवन के सबसे आश्चर्यजनक सबक सिखाए। मैं दूसरों की तुलना में भी अलग था, इसलिए मुझे इसकी कीमत चुकानी पड़ी। यह कठिन था, लेकिन साथ ही बहुत ऊर्जावान समय भी था, क्योंकि जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने उस चरण में बहुत कुछ सीखा है।"
करण ने यह भी खुलासा किया कि भले ही उन्हें केजेओ कहा जाता है, लेकिन वह इस उपनाम को नापसंद करते हैं और चाहते हैं कि लोग उन्हें करण कहें।
इस सबके साथ ही करण जौहर ने किसी दिन अपने टॉक शो में अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय सितारों एलेन डीजेनरेस और मेरिल स्ट्रीप को शामिल करने की अपनी इच्छा साझा की।
--आईएएनएस
रोपोसो पर लाइव शो के दौरान, जब 'कुछ कुछ होता है' के निर्देशक से पूछा गया कि उनकी बायोपिक में उनके हिस्से को सबसे अच्छे से कौन चित्रित कर सकता है, तो करण जौहर ने कहा, "मुझे लगता है कि रणवीर सिंह। वह अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे।"
करण का जन्म फिल्म निर्माता यश जौहर और हीरू जौहर के घर हुआ था और उन्होंने 'कुछ कुछ होता है' के साथ अपने निर्देशन की शुरूआत की। बाद में, उन्होंने 'कभी खुशी कभी गम', 'कभी अलविदा ना कहना', 'माई नेम इज खान', 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' और भी बहुत कुछ निर्देशित किया।
करण का कहना है कि, "मेरा बचपन बहुत शानदार था। मेरे माता-पिता मेरे लिए बहुत अच्छे थे और उन्होंने मुझे जीवन के सबसे आश्चर्यजनक सबक सिखाए। मैं दूसरों की तुलना में भी अलग था, इसलिए मुझे इसकी कीमत चुकानी पड़ी। यह कठिन था, लेकिन साथ ही बहुत ऊर्जावान समय भी था, क्योंकि जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने उस चरण में बहुत कुछ सीखा है।"
करण ने यह भी खुलासा किया कि भले ही उन्हें केजेओ कहा जाता है, लेकिन वह इस उपनाम को नापसंद करते हैं और चाहते हैं कि लोग उन्हें करण कहें।
इस सबके साथ ही करण जौहर ने किसी दिन अपने टॉक शो में अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय सितारों एलेन डीजेनरेस और मेरिल स्ट्रीप को शामिल करने की अपनी इच्छा साझा की।
--आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
यह भी प�?े
Advertisement
बॉलीवुड
Advertisement
Traffic
Features
